33 प्रकार के देवताओं का वास गौमाता में है।

33 प्रकार के देवताओं का वास गौमाता में है।

33 प्रकार के देवताओं का वास गौमाता में है। प्राण, अपान, समान, उदान, व्यान, नाग, कूर्म, कृकल, देवदत्त, धनंजय ये 10 प्राण एवं ग्यारहवां जीवात्मा ये ही एकादश रुद्र हैं। ये जब शरीर से निकल जाते हैं, तो प्राणी रुदन करते हैं। गौ इन रुद्रों की माता कही जाती है क्योंकि हमारे शरीर के 10 प्राण एवं जीवात्मा की पुष्टि गौ दुग्ध से होती है। पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, आकाश, सूर्य, चंद्र, तारे ये आठ वसु हैं और समस्त संसार इनमें ही बसा हुआ है। गौ माता इनकी दुहिता है। सूर्य चिकित्सा में वैद्य या हकीम अलग-अलग रंगों की बोतलों में पानी भरकर धूप में रख देते हैं और उनसे मरीजों का इलाज करते हैं। हर रंग की बोतल में स

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गौमाता के दैनिक जाप, प्रार्थना तथा प्रणाम के मन्त्र

गौमाता के दैनिक जाप, प्रार्थना तथा प्रणाम के मन्त्र

महाभारत में गौमाता का माहात्म्य, तथा गौमाता के दैनिक 

जाप, प्रार्थना तथा प्रणाम के मन्त्र

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उत्तर प्रदेश: योगी सरकार राज्य के हर गांव में खोलेगी गौशाला, शुरुआत बुंदेलखंड से होगी

उत्तर प्रदेश: योगी सरकार राज्य के हर गांव में खोलेगी गौशाला, शुरुआत बुंदेलखंड से होगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजनेता के साथ-साथ एक सन्यासी भी हैं। और उनका गायों से प्रेम किसी से छुपा नहीं है. जब से वो संन्यासी बने, गाय को चारा खिलाना और उनकी देखभाल करना उनकी जिंदगी का हिस्सा है. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी ये सिलसिला टूटा नहीं है. जब भी वो गोरखपुर जाते हैं, दिन की शुरुआत गोसेवा से ही होती है. इतना ही नहीं लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर भी उन्होंने गोरखपुर से कई गायों को लाकर रखा है और खुद उनकी देखभाल करते हैं।

सरकार की हर गांव में एक गोशाला खोलने की योजना

शिव का वाहन - धर्म अवतार नंदी

शिव का वाहन - धर्म का अवतार नंदी

वृषभ 'संस्कृत अंग्रेजी शब्द' बैल 'के बराबर है. नंदी बैल भगवान शिव का वाहन है. वैदिक साहित्य में शिव शब्द 'जनता के कल्याण' (लोक कल्याण) का पर्याय है. और बैल लोक कल्याण कर्ता का वाहक है.हमारी कृषि और ग्रामीण परिवहन की 90% अभी भी हमारे बैलों पर निर्भर हैं. बैल इस प्रकार हमारे धर्म के अवतार हैं. वस्तुतः बैल मानव जाति का एक भाई है, और जो आदमी के लिए काम करता है, वह भी कोई पारिश्रमिक बिना, 3 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद बछड़ा, बछिया, और एक बैल, जो अपने जीवन प्रर्यंत मानव जाति का कार्य करता है .

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