प्रभु ---आप तो हर जगह हो -फिर इतना सब्र कैसे ।
क्यों गौ -को माँ का दर्जा देकर -आप बेफिक्र कैसे ।।१-
कितना दुःख -सब्र करेगा हिन्दू -इन कन्सो से ।
बाबर गजनी -अंग्रेज और रावन के इन वन्सो से ।।२-
अब तो सहन नहीं होता है -रात दिन बेचैन किया ।
भारत में -अपनों ,गैरों ने -दुःख अपरम्पार दिया ।।३-
मानवता की हत्या हो रही -दर्द कीसीमा पार हुई ।
जीवन जीना दुर्लभ हो गया -बे पर्दा अब नार हुई ।।४-
लुट मची है धनवानों की -मरता रोज़ गरीब है ।
क्या मै समझू मेरे कृष्णा -कलयुग अंत करीब है ।।५-
कैसे होगा अंत नीच का -राम तुम्हे आना होगा ।
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गौ माता राष्ट्र माता हेतु अपार जनसमर्थन
२ दिसंबर से ६ दिसंबर तक इंदिरापुरम के स्वर्ण जयंती पार्क मे दिव्य गौ कथा का आयोजन भारतीय गौ क्रांति मंच के द्वारा किया गया| कथा का उद्देश्य गौ माता को राष्ट्र माता के पद पर आसीन करने हेतु २८ फ़रवरी २०१६ को दिल्ली के राम लीला मैदान में इस क्षेत्र से लाखों गौभक्तों का आह्वाहन करना था|
गावः पवित्रं परमं
गावो मांगल्यमुत्तमम् ।
गावः स्वर्गस्य सोपानं
गावो धन्याः सनातनाः।।"
'गायें परम पवित्र, परम मंगलमयी, स्वर्ग
का सोपान, सनातन एवं धन्यस्वरूपा हैं।'
...
'गाय पशु नहीं बल्कि सुंदर अर्थतन्त्र है।'
गाय का देश की अर्थव्यवस्था में
भी काफी महत्त्व है। गाय का दूध, घी,
मक्खन, झरण (गौमूत्र), गोबर
आदि सभी जीवनोपयोगी तथा लाभकारी चीजें
हैं।
इतना ही नहीं, गाय के रोएँ और
निःश्वास भी मानव-जीवन के लिए आवश्यक
हैं। इस बात की पुष्टि वैज्ञानिकों ने
भी अपने प्रयोगों से की है।
गौ माता की अद्भुत महिमा
महामहिमामयी गौ हमारी माता है उनकी बड़ी ही महिमा है वह सभी प्रकार से पूज्य है गौमाता की रक्षा और सेवा से बढकर कोई दूसरा महान पुण्य नहीं है .
१. गौमाता को कभी भूलकर भी भैस बकरी आदि पशुओ की भाति साधारण नहीं समझना चाहिये गौ के शरीर में "३३ करोड़ देवी देवताओ" का वास होता है. गौमाता श्री कृष्ण की परमराध्या है, वे भाव सागर से पार लगाने वाली है.
२. गौ को अपने घर में रखकर तन-मन-धन से सेवा करनी चाहिये, ऐसा कहा गया है जो तन-मन-धन से गौ की सेवा करता है. तो गौ उसकी सारी मनोकामनाएँ पूरी करती है.
गाय के मूत्र में आयुर्वेद का खजाना है, इसके अन्दर ‘कार्बोलिक एसिड‘ होता है, जो कीटाणु नासक है | गौमूत्र चाहे जितने दिनों तक रखे, ख़राब नहीं होता है और इसमें कैसर को रोकने वाली ‘करक्यूमिन‘ पायी जाती है | गौमूत्र में नाइट्रोजन ,फास्फेट, यूरिक एसिड, पोटेशियम, सोडियम, लैक्टोज, सल्फर, अमोनिया, लवण रहित विटामिन ए वी सी डी ई, इन्जैम आदि तत्व पाए जाते है | गौमूत्र में मुख्यतः 16 खनिज तत्व पाये जाते है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाता है | आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र का नियमित सेवन, कई बीमारियों को खत्म कर सकता है।