करोड़पति बनना है तो खोलिए आधुनिक डेयरी
करोड़पति बनना है तो आधुनिक मशीनों से लैस डेयरी खोलिए। इसमें सभी काम मशीन से होंगे। मेहनत भी नहीं करनी है लेकिन इसके लिए 15 अगस्त तक आवेदन करना होगा।
विदेशों की तरह सभी सुविधाओं से लैस डेयरियों की स्थापना करने के लिए प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले ही कामधेनु योजना शुरू की है। जिले में इसके लिए कोर्इ टारगेट भी नहीं है। दूध दुहने, चारा काटने व चारे को मिक्स करने के लिए मशीनें लगी होगीं। सभी मशीनें गोबर गैस प्लांट से चलेंगी। पहले साल से ही लगभग 66 लाख रूपए आय होने लगेगी। बैंक की किस्त और अन्य खर्चों को छोड़ दिया जाए तो लगभग 29 लाख रूपए की सालाना शुद्ध आय होगी।
एक यूनिट में सौ गाय या सौ भैसों का पालन करना होगा। 50 गाय और 50 भैंस भी डेयरी मालिक रख सकते हैं। शर्त यह है कि पशु ऐसा खरीदना होगा, जो रोज कम से कम 12 लीटर दूध देता हो।
जमीन को छोड़कर एक डेयरी पर एक करोड़ 20 लाख 51 हजार रूपए का खर्च आएगा। दो एकड़ जमीन देनी होगी। तीस लाख रूपए लाभार्थी को लगाना होगा। 90 लाख रूपए बैंक से लोन मिलेगा। इस लोन का ब्याज पांच साल तक प्रदेश सरकार देगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. सीपी वर्मा ने बताया कि कामधेनु योजना की इस साल शुरूआत हुर्इ है इसलिए शर्तों को पूरा करने वाले सभी आवेदकों को लोन भी मिल जाएगा। आवेदन की अंतिम तिथि 15 अगस्त है। दो दिन के भीतर जिले के दस लोगों ने आवेदन दिया है।
डेयरी की लागत
- बीमा व परिवहन सहित सौ पशुओं की कीमत – 78-82 लाख रूपए
- पशुओं के आवास निर्माण का खर्च- 18-56 लाख रूपए
उपकरण
जेट समसेविल पम्प, पावर जेट कटर, ग्रांइडर कम फीड मिक्स प्लांट, दूध निकालने की मशीन, दूध रखने को छोटा फ्रीजर, 40 लीटर वाले दस व बीस लीटर वाले पांच मिल्क केन, गोबर गैस प्लांट दस केवी जनरेटर के साथ। इन उपकरणों की कुल लागत – 23-15 लाख रूपए
आय और खर्च
- पहले साल दूध व खाद की बिक्री से आय – 66-85 लाख रूपए
- उत्पादन पर होने वाला खर्च – 36-97 लाख रूपए
(सौ दुधारू पशुओं के लिए स्थापित की जाने वाली का पैमाना)