गोदान से ही सभी अरिष्ट कट जाते हैं।
नवग्रहों की शांति के संदर्भ में गाय
की विशेष भूमिका होती है कहा तो यह
भी जाता है कि गोदान से
ही सभी अरिष्ट कट जाते हैं।
शनि की दशा, अंतरदशा, और साढेसाती के
समय काली गाय का दान मनुष्य को कष्ट मुक्त कर
देता है।
2. मंगल के अरिष्ट होने पर लाल वर्ण की गाय
की सेवा और निर्धन ब्राम्हण को गोदान मंगल के प्रभाव
को क्षीण करता है।
3. बुध ग्रह की अशुभता निवारण हेतु
गौवों को हरा चारा खिलाने से बुध की अशुभता नष्ट
होती है।
4. गाय की सेवा, पूजा, आराधना, आदि से
लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं
और भक्तों को सुखमय होने का वरदान
भी देती हैं।
5. गाय की सेवा मानसिक शांति प्रदान
करती है।