गौ माता राष्ट्र माता हेतु अपार जनसमर्थन

गौ माता राष्ट्र माता हेतु अपार जनसमर्थन

गौ माता राष्ट्र माता हेतु अपार जनसमर्थन

 २ दिसंबर से ६ दिसंबर तक इंदिरापुरम के स्वर्ण जयंती पार्क मे दिव्य गौ कथा का आयोजन भारतीय गौ क्रांति मंच के द्वारा किया गया| कथा का उद्देश्य गौ माता को राष्ट्र माता के पद पर आसीन करने हेतु २८ फ़रवरी २०१६ को दिल्ली के राम लीला मैदान में इस क्षेत्र से लाखों गौभक्तों का आह्वाहन करना था|

gau mata rashtra mata

गौ क्रांति अग्रदूत पुज्य श्री गोपाल मणि जी महाराज की दिव्य वाणी से प्रेरित हो कर तथा गौ महिमा का श्रवण का देश भर में ४ लाख से अधिक लोगों ने पुनः घर में गौ माता को रखा है| गौ कथा के दौरान पुज्य गुरुदेव ने बताया की गौ माता को सम्मान दिलांना ही सभी का प्रथम कर्तव्य है| क्यूंकी आज जिस देश में दूध की नदियाँ बहती थी वह देश अब गौ माता के माँस का सबसे बड़ा निर्यातक बन चुका है तथा गौ माता कूड़े के ढेरों पर है|

जिस प्रकार राष्ट्रीय पशु शेर है राष्ट्रीय पक्षी मोर है और इनकी हत्या पर कड़े प्रतिबंध हें उसी प्रकट अभी राष्ट्र माता का पद खाली है और संपूर्ण विश्वा की माँ गौ माता ही है (गावो विश्वस्य मातर:) | लगभग ४० लाख गौ भक्त एक स्वर में गौ माता को राष्ट्रा माता बनाने की माँग सरकार से करेंगे|

gau katha

गौ कथा के दौरान छोटी से बालिका सुरभि पुरोहित ने दिव्य धेनु मानस ग्रंथ के श्लोक सुना कर सभी को प्रभावित किया|

पूज्य गुरुदेव ने बताया की आज देश मे कई गौशालाओं में कई लोग पन्च्ग्व्य आधारित उत्पाद भी बना रहे हे लेकिन फिर भी देश में गौ हत्या का कलक नही मिट रहा|साथ ही हम गौ माँस निर्यात करने मेी सबसे अग्रणी देश बन गये हे|इसका प्रमुख कारण है की हमारा संमाज गौ माता को पशु समझने की भूल कर रहा है|अतः सबसे पहले मा के सम्मान की स्थापना करना आवश्यक है|और माँ को राष्ट्र माता का पद देना उसका प्रथम सम्मान होगा|

 

साभार: http://www.gaukranti.org/blog/rashtramata/