500 करोड़ खर्च कर गौशाला खोलेंगे : बाबा रामदेव
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि सारी सृष्टि प्रभु का रूप है। सृष्टि में एक ही प्रभु हैं। आह्वान किया कि सृष्टि में एक ही प्रभु देखने का संकल्प लें। एलान किया कि वह 500 करोड़ खर्च करके गौशाला (नंदीशाला) खोलेंगे और 5 लाख ऐसी बछिया तैयार करेंगे जो एक बार में 20-25 किलो दूध देंगी।
बाबा शुक्रवार रमणरेती महावन में चल रहे 85वें काष्र्णि महोत्सव में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो प्रभु में सबको देखता है यही भागवत दृष्टि है। इसी से हम अपने स्वभाव को बदल सकते हैं। सृष्टि मर्यादा का अतिक्रमण नहीं करती, इसलिए हम सब भी मर्यादा में रहें। उनका कहना था कि कम बोलें। हमारे काम ज्यादा बोलें। पांच वर्षों में दिल्ली क्षेत्र में 1 लाख विद्यार्थियों की क्षमता का विश्वविद्यालय तथा प्रत्येक जिले में गुरुकुल खोलने का भी उन्होंने एलान किया।
बाबा ने उम्मीद जताई कि इस देश में राम, कृष्ण, अर्जुन, भीष्म, दयानंद जैसे महापुरुष फिर जन्मेंगे। उन्होंने संस्कृत के विद्वान श्रीकांत मिश्रा एवं नीरज शर्मा को विद्वता का परचम ऊंचा लहराने के लिए 51-51 हजार बतौर पुरस्कार देने की घोषणा की। बाबा ने बताया कि ज्ञान, कर्म, योग, भक्ति आदि सभी मार्गों का ध्येय ईश्वर प्राप्ति है। ईश्वर गुरुओं के भी गुरु है। इस दौरान उन्होंने स्वदेशी पर भी जोर दिया। महंत गुरुशरणानंद के सानिध्य में काष्र्णि तपोवन में हुए आध्यात्मिक कार्यक्रम में महामंडलेश्वर राजेंद्रदास, रमेश भाई ओझा, महंत स्वामी जगतानंद, हरिहरानंद, वेदांती सुदेश, अशोक जोशी, संत हरीहर, गोपाल प्रसाद मुद्गल, बसंत शास्त्री, ठाकुर जी महाराज सहित अनेक संत-महंत तथा भक्त मौजूद थे।