बुलंदशहर के बब्बन मियां गौ सेवा करते-करते चंद सालों में कैसे बन गए करोड़पति ?
बुलन्दशहर के स्याना में एक मुस्लिम युवक में गौ प्रेम देखने को मिलता है. मुस्लिम युवक ने गौ सेवा करने के लिए बाकायदा गौशाला खोल रखी है. और गायों की निःस्वार्थ सेवा सिर्फ इसीलिए करते है क्यो कि गौ सेवा से उनके कारोबार में दिन दूनी रात चैगनी प्रगति हुई है. बताया जाता है कि गौ सेवा करने के बाद से जैसे उनकी लॉटरी लग गयी. जिसके चलते पहले इस मुस्लिम युवक ने दिल्ली में प्रेशर कुकर बनाने की फैक्ट्री खोली और बाद में जब फैक्ट्री चल पड़ी तो उन्होंने बिल्डर के कार्य में भी कदम रखा. इसमें भी उन्हें सफलता हासिल हुई.
रोजाना दूध गरीबों और दोस्तों में बटवाते हैं
दरअसल स्याना कोतवाली क्षेत्र के मुस्लिम बहुल्य गांव चंदियाना में रहने वाले उबैदुर्रहमान उर्फ बब्बन मियां, जिन्होने बुलन्दशहर के चंदियाना गांव में ही मधूसुदन गौशाला खोल रही है, गौशाला मेें 25 गाये है, जिनका अपने निजी खर्चे पर पालन पोषण करते है और गाय इन्हे देखते ही रम्भाने लगती है. बब्बन मियां की माने तो उनकी मां ने गाय पाली थी, और दिल्ली में जाकर प्राइम ब्राण्ड के कुकर की फैक्ट्री लगायी और फिर बिल्डर बन गये, बब्बन मियां बताते है कि वो सप्ताह में दो दिन शनिवार व रविवार को गौशाला में गौसेवा करते है, गायों से प्राप्त होने वाले दूध एवं अन्य बाइ प्रोडक्टस को बब्बन मियां बेचते नही है बल्कि दोस्तों व गरीबों में रोजाना बटवा देते है.