5 काम जिन्हें करने से नहीं, सोचने पर भी लगता है पाप
श्रीमद्भागवत हिंदू धर्म के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इस ग्रंथ को श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् के नाम से भी जाना जाता है। इस पुराण का मुख्य विषय भक्ति योग है। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मुखारविंद से ज्ञान और नीति के बहुत सारे उपदेश देते हुए कहा है की 5 ऐसी चीजें हैं, जिनको करने से तो घोर पाप लगता है लेकिन उसके विषय में सोचने या अपमान करने से भी पाप और दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं।
5 पाप करने से मिलती है नर्क में सबसे बड़ी सजा
श्लोक-
यदा देवेषु वेदेषु गोषु विप्रेषु साधुषु।
धर्मो मयि च विद्वेषः स वा आशु विनश्यित।।