शुद्ध दूध का संकट
पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय ने दूध में मिलावट पर गंभीर रूप से चिंता जताई। न्यायालय ने इस संबंध में कहा कि इस समस्या से मुकाबले के लिए खाद्य सुरक्षा एवं मानक कानून में संशोधन कर इसे और दंडनीय तथा प्रभावी बनाए जाने की जरूरत है। अपने पूर्व के आदेशों का उल्लेख करते हुए मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाले पीठ ने कहा कि सरकार इस कानून की बाबत राज्यों की तरफ से सुझाए गए प्रावधानों को अपनाए तो संबंधित समस्या के समाधान के लिए ठीक रहेगा। न्यायालय ने यह भी कहा कि चूंकि नवजात शिशुओं को दूध दिया जाता है, इसलिए इसका मिलावटयुक्त होना और भी घातक है।