अब हरियाणा के शहरों में खुलेंगे गाय हॉस्टल
शहरी लोगों के लिए गाय पालने का रास्ता हुआ साफ, नगर निगम व हुडा से स्वीकृति का होगा झंझट खत्म चंडीगढ़। हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी अब गाय पाल सकेंगे। इसके लिए नगर निगम व हुडा के नियम भी आड़े नहीं आएंगे। हरियाणा सरकार ने गौसेवा आयोग के माध्यम से गायों के लिए हॉस्टल बनाने की तैयारी की है। जहां लोग अपनी गायों को रख सकेंगे।
हरियाणा सरकार ने सत्ता में आने के बाद से लेकर आजतक गायों के संबंध में कई अहम फैसले लिए हैं। गोहत्या को मानव हत्या के समकक्ष दर्जा देने, प्रदेश में लावारिस गायों के लिए गौशालाएं स्थापित करने के फैसले के बाद अब गौसेवा आयोग ने यह अहम प्रोजैक्ट तैयार किया है।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश के अधिकतर शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस समय गाय पालना चाहते हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य घर बैठे ही गायों का ताजा व शुद्ध दूध हासिल करना है। लोगों को इस सपने को साकार करने में हुडा व नगर निगमों द्वारा तय किए गए नियम आड़े आ रहे हैं। जिसके चलते शहरी क्षेत्रों के लोग गाय नहीं पाल सकते हैं।
ऐसे में गौ-सेवा आयोग ने प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में काउ हॉस्टल स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके लिए नगर निगमों, परिषदों तथा हुडा के अधिकार क्षेत्र में संयुक्त जमीन गौसेवा आयोग द्वारा ली जाएगी। इस जमीन पर इमारत का निर्माण भी आयोग अथवा सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके लिए बकायदा नियम भी फ्रेम कर लिए गए हैं।
नियमों के अनुसार शहरी क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति अपनी गाय खरीदकर इस हास्टल में रख सकता है। गाय की देखरेख यहां तैनात कारिंदों द्वारा की जाएगी। इसकी एवज में गाय के मालिक द्वारा उन्हें निर्धारित धनराशि की अदायगी की जाएगी। गाय के समूचे रख-रखाव, चारा आदि देने तथा बीमारी आदि के दौरान देखभाल की जिम्मेदारी काउ हास्टल के कारिंदों की होगी। इसकी एवज में गाय मालिक द्वारा कारिंदों को तय राशि का भुगतान किया जाएगा। गाय का मालिक सुबह-शाह हॉस्टल में जाकर दूध निकालकर ला सकता है।
मैंने कई शहरों का भ्रमण किया तो लोगों ने गाय पालने की जताई। इस मांग को देखते हुए काउ हॉस्टल की योजना तैयार करके सरकार को भेजी गई है। वहां से स्वीकृति मिलते ही प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में इसे लागू किया जाएगा।- भानीराम मंगला,चेयरमैन, गौसेवा आयोग, हरियाणा